नई दिल्ली
भारत ने स्वदेशी क्रूज मिसाइल 'निर्भय' का सफल टेस्ट किया है। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर तक है दुश्मन की नजरों से बचकर वार करने वाली इस मिसाइल की तुलना सटीक निशाने के लिए मशहूर अमेरिकी टोमाहॉक मिसाइल से की जा रही है।
पिछले तीन साल में निर्भय मिसाइल सिस्टम के तीन टेस्ट किए गए हैं। इनमें दो नाकाम रहे जबकि तीसरे टेस्ट को आंशिक तौर पर सफल माना गया। बुधवार को उड़ीसा के वीलर आइलैंड से चौथी बार इसका टेस्ट किया गया।
इस मिसाइल के सिस्टम का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान DRDO के अडवांस्ड सिस्टम लैबरेटरी ने किया है। 2010 में मंजूर इस प्रॉजेक्ट को तीन साल में पूरा होना था लेकिन भारत को अपने संसाधनों पर निर्भर रहकर इसका विकास करना पड़ा। एक बार यह माना जाने लगा कि भारत-रूस के सहयोग से विकसित ब्रह्मोस मिसाइल से ही काम चलाना होगा जिसकी रेंज 290 किलोमीटर है
भारत को मिसाइल टेक्नॉलजी पर कंट्रोल करनेवाली इंटरनैशनल रिजीम MTCR की जून में मेंबरशिप मिलने के बाद हुए चौथे टेस्ट को अहम माना जा रहा है। अब इस सबसोनिक मिसाइल को सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस के पूरक के तौर पर देखा जा रहा है। अभी इस मिसाइल की दो और उड़ानों को परखा जाएगा।