बेंगलूरू। देश का पहला हलà¥à¤•à¤¾ लड़ाकू "तेजस" विमान शनिवार को रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ मनोहर परà¥à¤°à¤¿à¤•à¤° और à¤à¤¯à¤° चीफ मारà¥à¤¶à¤² अनà¥à¤ª राहा को सौंप दिया गया है। परियोजना मंजूर होने के 32 साल बाद देश में विकसित किया गया (à¤à¤²à¤¸à¥€à¤) "तेजस" का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² अब आखिरकार à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वायà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ कर सकेगी।
à¤à¤²à¤¸à¥€à¤-à¤à¤¸à¤ªà¥€1 ने पहली बार अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2014 में उड़ान à¤à¤°à¥€ थी। à¤à¤• अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ अखबार की रिपोरà¥à¤Ÿ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• ये विमान दो महीने पहले ही बनकर तैयार हो गया था। परà¥à¤°à¤¿à¤•à¤° ने दिसंबर 2014 में लोकसà¤à¤¾ में कहा था कि à¤à¤²à¤¸à¥€à¤ मारà¥à¤š तक आà¤à¤—ा। यह उस परियोजना के तहत देश में ही विकसित लड़ाकू विमानों को सेना में शामिल किठजाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ की शà¥à¤°à¥‚आत है। इस पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में पहले ही तकरीबन 17,000 करोड़ रूपठकी लागत आ चà¥à¤•à¥€ है।
सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने बताया कि दूसरे शà¥à¤°à¥‚आती परिचालनातà¥à¤®à¤• मंजूरी के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वायà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ को पहला à¤à¤²à¤¸à¥€à¤ सौंपा जा रहा है, जिसका मतलब है कि तेजस विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में उड़ाने à¤à¤°à¤¨à¥‡ में सकà¥à¤·à¤® है। तेजस को पहली शà¥à¤°à¥‚आती परिचालनातà¥à¤®à¤• मंजूरी जनवरी 2011 में दी गई थी। इस विमान का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हिंदà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ à¤à¤°à¥‹à¤¨à¥‰à¤Ÿà¤¿à¤•à¥à¤¸ लिमिटेड ने किया है।
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तीन दशक बाद वायॠसेना को मिला पहला सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ लड़ाकू विमान "तेजस" - Finally India gets the Light Combat Aircraft `Tejas` -Patrika.com