sorcerer
Senior Member
- Joined
- Apr 13, 2013
- Messages
- 26,920
- Likes
- 98,472
Text of Prime Minister, Shri Narendra Modi's address at a programme held to unveil statue of Mahatma Gandhi, at Roma Street Parkland, in Brisbane
उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ महानà¥à¤à¤¾à¤µ,
अà¤à¥€ दो घंटे पहले G -20 का समापन हà¥à¤† और अब मेरा विधिवत ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के साथ Bilateral मीटिंग का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठपूजà¥à¤¯ बापू के Statue के अनावरण के साथ-साथ उनको नमन कर करके हो रहा है। यह मेरे लिठबहà¥à¤¤ सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की बात है।
मैं, इसके जो traditional owner है इस धरती के, उनको विशेष रूप से अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन करता हूं। इस कारà¥à¤¯ के लिठऔर मैं आà¤à¤¾à¤° à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। मैं बà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤¬à¥‡à¤¨ के मेयर का à¤à¥€ बहà¥à¤¤ आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं कि इस काम के लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमें सहयोग दिया और हर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का आदर किया। इसके लिठमैं उनका à¤à¥€ आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। इन दिनों à¤à¤¾à¤°à¤¤ में मेरे विषय को लेकर के à¤à¤• चरà¥à¤šà¤¾ चलती है और मैं à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤•à¤° के कà¤à¥€-कà¤à¥€ हैरान होता हूं। कà¥à¤› लोग यह कहते हैं कि मोदी पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बनने के बाद बार-बार गांधी का नाम लेते हैं और हर चीज में गांधी को लाते हैं। लेकिन आज हेमंत à¤à¤¾à¤ˆ ने जो घटना सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ उसके बाद में समà¤à¤¤à¤¾ हूं इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की चरà¥à¤šà¤¾ करने वालों को जवाब मिला होगा कि जब मैं मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ नहीं था और बà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤¬à¥‡à¤¨ à¤à¥€ जाता हूं, तब à¤à¥€ यहां के लोगों से गांधी की बात करता हूं। मेरा यह Commitment है मेरा यह समरà¥à¤ªà¤£ है, यह मेरा उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ के à¤à¤¾à¤µ की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ है।
हमारे शरà¥à¤®à¤¾ जी का परिवार यहां बैठा है। उस समय जो मà¥à¤à¥‡, मेरी खातिरदारी करते थे, जब मैं यहां आया। पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लोगों को मैं देख रहा हूं। काफी परिचित चेहरे मà¥à¤à¥‡ नजर आ रहे हैं, लेकिन बड़े लमà¥à¤¬à¥‡ अरसे के बाद आज मेरा आप सब के बीच आना हà¥à¤† है। लेकिन à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ अवसर पर मà¥à¤à¥‡ आने का सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मिला है।
2 अकà¥à¤¤à¥‚बर को पोरबंदर की धरती पर किसी इंसान का जनà¥à¤® नहीं हà¥à¤† था बलà¥à¤•à¤¿ 2 अकà¥à¤¤à¥‚बर को पोरबंदर की धरती पर à¤à¤• यà¥à¤— का जनà¥à¤® हà¥à¤† था। और मैं मानता हूं कि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी आज à¤à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठउतने ही relevant है, जितने कि वे अपने जीवनकाल में थे।
आज विशà¥à¤µ दो बड़े संकटों से गà¥à¤œà¤° रहा है और पूरे विशà¥à¤µ को उसकी चिंता है, चरà¥à¤šà¤¾ है। हमारी जी-20 Summit में à¤à¥€ इन दोनों बातों की चरà¥à¤šà¤¾ में काफी समय à¤à¥€ गया है और हमें उन दो बातों का जवाब महातà¥à¤®à¤¾ गांधी के जीवन में से मिलता है। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी के जीवन की बातों को अगर हम देखेंगे, तो आज विशà¥à¤µ जिन समसà¥à¤¯à¤¾-ओं से जूठरहा है। उसका जवाब ढूंढने में हमें कोई दिकà¥à¤•à¤¤ नहीं होगी। आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को à¤à¤• चिंता है Global Warming की और दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को दूसरी चिंता है Terrorism की, आतंकवाद की।
Global Warming के मूल में मà¥à¤¨à¤·à¥à¤¯ की जो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शोषण करने का सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ रहा। सदियों से हमने पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शोषण किया, पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का विनाश किया और उसी ने आज गà¥à¤²à¥‹à¥à¤¬à¤² वारà¥à¤®à¤¿à¤‚ग का हमारे लिठसंकट पैदा किया है। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी हमेशा पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿- से पà¥à¤°à¥‡à¤® करने का संदेश देते थे। उनकी पूरी जीवनचरà¥à¤¯à¤¾ में Exploitation of the nature, उसका विरोध करते थे। मनà¥à¤·à¥à¤¯ को à¤à¤• सीमा तक ही milking of the nature का ही अधिकार है। उससे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से लेने का अधिकार नहीं है। यह बात महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी ने जीवन मे करके दिखाई थी।
अगर हमने पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शोषण न किया होता, मà¥à¤¨à¤·à¥à¤¯ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बस milking of nature किया होता, तो आज जो पूरे विशà¥à¤µ को जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के संकटों को à¤à¥‡à¤²à¤¨à¤¾ पड़ रहा है, शायद हमें जूà¤à¤¨à¤¾ न पड़ता।
महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जब 25 के कालखंड में, 20- 25 के कालखंड में, 1925– 1930 में साबरमती आशà¥à¤°à¤® में रहते थे। 1930 में दांडी यातà¥à¤°à¤¾ के लिठवो चल पड़े थे, उसके बाद वापस कà¤à¥€ साबरमती आशà¥à¤°à¤® नहीं आठथे और साबरमती नदी के किनारे पर रहते थे। उस समय साबरमती नदी लबालब पानी से à¤à¤¾à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ रहती थी। 1920-25 के कालखंड में पानी की कोई कमी नहीं थी लेकिन उस समय à¤à¥€ अगर गांधी को पानी कोई देता था और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पानी देता था तो गांधी उसको डांटते थे कि पानी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बरबाद कर रहे हो, पानी आधा गà¥à¤²à¤¿à¤¾à¤¸ दो जरूरत पड़ी तो कोई दूसरी बार मांगेगा। गांधी इतने आगà¥à¤°à¤¹à¥€ रहते थे। अपने पास आठहà¥à¤ लिफाफे के पीछे वो लिखते थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनको मालूम था कि मैं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कागज उपयोग करूंगा, तो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वृकà¥à¤· कटेंगे और तब जाकर के कागज बनेगा और वो à¤à¥€ मैं नहीं करूंगा। यहां तक उनका आगà¥à¤°à¤¹ रहता था। हम कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कर सकते हैं गांधी के जीवन की हर बात में कि वो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ के संबंध में कितने सजग थे और अपने जीवन आचरण के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ का संदेश कितना देते थे और वही जीवन अगर हम जीते या आज à¤à¥€ अगर उस जीवन को हम सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करे तो हम Global Warming की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की जो चिंता है, उस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को बचाने में हमारी तरफ से à¤à¥€ कà¥à¤› न कà¥à¤› योगदान दे सकते हैं। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी ने हमें अहिंसा का मारà¥à¤— सिखाया, यह अहिंसा का शसà¥à¤¤à¥à¤°, यह सिरà¥à¤« अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के खिलाफ लड़ाई लड़ने का साधन था, à¤à¤¸à¤¾ नहीं है। अंहिसा, यह Article of faith महातà¥à¤®à¤¾ गांधी का यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ था कि हम शबà¥à¤¦à¥ से à¤à¥€ किसी की हिंसा नहीं कर सकते। शसà¥à¤¤à¥à¤° से तो हिंसा की बात बहà¥à¤¤ दूर की है और अगर आज विशà¥à¤µ ने गांधी के उस अंहिसा के संदेश को पचाया होता, समà¤à¤¨à¥‡ की कोशिश की होती; "Holier-than-thou" मैं तà¥à¤®à¤¸à¥‡ बड़ा हूं; मैं तà¥à¤®à¤¸à¥‡ से ताकतवर हूं; मैं तà¥à¤®à¤¸à¥‡ अचà¥à¤›à¤¾ हूं; मेरा रासà¥à¤¤à¤¾ ही से सही है इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के जो विवादों के अंदर जो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ फंसी हà¥à¤ˆ है और जिसको अपनी बात को सिदà¥à¤§ करने के लिठशसà¥à¤¤à¥à¤° का सहारा लिया जा रहा है और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· लोगों को मौत के घाट उतार दिया जा रहा है; महातà¥à¤®à¤¾ गांधी का संदेश उस रासà¥à¤¤à¥‡à¤‚ से हमें à¤à¤Ÿà¤•à¤¨à¥‡ से बचा सकता था।
आज à¤à¥€ विशà¥à¤µ के लिठसबके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आदर का à¤à¤¾à¤µ, सबके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समानता का à¤à¤¾à¤µ, यही हमें विशà¥à¤µ से बचने का रासà¥à¤¤à¤¾ हो सकता है। कोई किसी से बड़ा है और इसलिठअगर मैं उसको चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दूं, उसको खतà¥à¤® करूं। यह रासà¥à¤¤à¤¾ विशà¥à¤µ को मंजूर नहीं है। जगत बदल चà¥à¤•à¤¾ है। और महातà¥à¤®à¤¾ गांधी ने जो सपना देखा था उस सपने की ताकत कितनी है वो आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को समठमें आना शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† है।
मैं विशेष रूप से उन परिवारों का à¤à¥€ आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। जब मैं आया और à¤à¤¸à¥€ बातें की और उस पर वो लगे रहे। हेमंत और उनके सारे दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से मैं पूछ रहा था कि हेमंत, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बाल कहां चले गठतो कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ ने मà¥à¤à¤•à¥‹ कहा कि मैं तो उसको ठीक खिला रही हूं। आपके दोसà¥à¤¤ को मैं खिला रही हूं आप चिंता मत कीजिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤• पारिवारिक वातारण इतने पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ साथियों बातों-बातों में मन से जो बात निकली मैंने à¤à¥€ कà¤à¥€ सोचा नहीं था कि ये लोग यह काम तो करेंगे ही, लेकिन वो सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मेरे नसीब में होगा, शायद कोई ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ संकेत है कि इस काम के लिठमà¥à¤à¥‡ अवसर मिला।
जो लोग बाहर हैं, यहां पहà¥à¤‚च नहीं पाà¤à¤‚ हैं, उनका à¤à¥€ मैं समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पूरà¥à¤µà¤• आदर करता हूं। और उनका गौरव करता हूं आप सबका à¤à¥€ मैं आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। फिर à¤à¤• बार मैं सबका अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन करता हूं। यह महान काम करने के लिठबहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¾à¤¦ और पूजà¥à¤¯ बापू को हम सब पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करते हà¥à¤ उनसे पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेकर के मानवजाति के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठजो कà¥à¤› à¤à¥€ कर सकते हैं करने का हम पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें। बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚।
उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ महानà¥à¤à¤¾à¤µ,
अà¤à¥€ दो घंटे पहले G -20 का समापन हà¥à¤† और अब मेरा विधिवत ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के साथ Bilateral मीटिंग का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† और पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठपूजà¥à¤¯ बापू के Statue के अनावरण के साथ-साथ उनको नमन कर करके हो रहा है। यह मेरे लिठबहà¥à¤¤ सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ की बात है।
मैं, इसके जो traditional owner है इस धरती के, उनको विशेष रूप से अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन करता हूं। इस कारà¥à¤¯ के लिठऔर मैं आà¤à¤¾à¤° à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। मैं बà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤¬à¥‡à¤¨ के मेयर का à¤à¥€ बहà¥à¤¤ आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं कि इस काम के लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमें सहयोग दिया और हर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का आदर किया। इसके लिठमैं उनका à¤à¥€ आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। इन दिनों à¤à¤¾à¤°à¤¤ में मेरे विषय को लेकर के à¤à¤• चरà¥à¤šà¤¾ चलती है और मैं à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤•à¤° के कà¤à¥€-कà¤à¥€ हैरान होता हूं। कà¥à¤› लोग यह कहते हैं कि मोदी पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ बनने के बाद बार-बार गांधी का नाम लेते हैं और हर चीज में गांधी को लाते हैं। लेकिन आज हेमंत à¤à¤¾à¤ˆ ने जो घटना सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ उसके बाद में समà¤à¤¤à¤¾ हूं इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की चरà¥à¤šà¤¾ करने वालों को जवाब मिला होगा कि जब मैं मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ नहीं था और बà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤¬à¥‡à¤¨ à¤à¥€ जाता हूं, तब à¤à¥€ यहां के लोगों से गांधी की बात करता हूं। मेरा यह Commitment है मेरा यह समरà¥à¤ªà¤£ है, यह मेरा उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ के à¤à¤¾à¤µ की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ है।
हमारे शरà¥à¤®à¤¾ जी का परिवार यहां बैठा है। उस समय जो मà¥à¤à¥‡, मेरी खातिरदारी करते थे, जब मैं यहां आया। पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लोगों को मैं देख रहा हूं। काफी परिचित चेहरे मà¥à¤à¥‡ नजर आ रहे हैं, लेकिन बड़े लमà¥à¤¬à¥‡ अरसे के बाद आज मेरा आप सब के बीच आना हà¥à¤† है। लेकिन à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ अवसर पर मà¥à¤à¥‡ आने का सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मिला है।
2 अकà¥à¤¤à¥‚बर को पोरबंदर की धरती पर किसी इंसान का जनà¥à¤® नहीं हà¥à¤† था बलà¥à¤•à¤¿ 2 अकà¥à¤¤à¥‚बर को पोरबंदर की धरती पर à¤à¤• यà¥à¤— का जनà¥à¤® हà¥à¤† था। और मैं मानता हूं कि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी आज à¤à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लिठउतने ही relevant है, जितने कि वे अपने जीवनकाल में थे।
आज विशà¥à¤µ दो बड़े संकटों से गà¥à¤œà¤° रहा है और पूरे विशà¥à¤µ को उसकी चिंता है, चरà¥à¤šà¤¾ है। हमारी जी-20 Summit में à¤à¥€ इन दोनों बातों की चरà¥à¤šà¤¾ में काफी समय à¤à¥€ गया है और हमें उन दो बातों का जवाब महातà¥à¤®à¤¾ गांधी के जीवन में से मिलता है। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी के जीवन की बातों को अगर हम देखेंगे, तो आज विशà¥à¤µ जिन समसà¥à¤¯à¤¾-ओं से जूठरहा है। उसका जवाब ढूंढने में हमें कोई दिकà¥à¤•à¤¤ नहीं होगी। आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को à¤à¤• चिंता है Global Warming की और दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को दूसरी चिंता है Terrorism की, आतंकवाद की।
Global Warming के मूल में मà¥à¤¨à¤·à¥à¤¯ की जो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शोषण करने का सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ रहा। सदियों से हमने पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शोषण किया, पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का विनाश किया और उसी ने आज गà¥à¤²à¥‹à¥à¤¬à¤² वारà¥à¤®à¤¿à¤‚ग का हमारे लिठसंकट पैदा किया है। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी हमेशा पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿- से पà¥à¤°à¥‡à¤® करने का संदेश देते थे। उनकी पूरी जीवनचरà¥à¤¯à¤¾ में Exploitation of the nature, उसका विरोध करते थे। मनà¥à¤·à¥à¤¯ को à¤à¤• सीमा तक ही milking of the nature का ही अधिकार है। उससे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से लेने का अधिकार नहीं है। यह बात महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी ने जीवन मे करके दिखाई थी।
अगर हमने पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का शोषण न किया होता, मà¥à¤¨à¤·à¥à¤¯ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बस milking of nature किया होता, तो आज जो पूरे विशà¥à¤µ को जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के संकटों को à¤à¥‡à¤²à¤¨à¤¾ पड़ रहा है, शायद हमें जूà¤à¤¨à¤¾ न पड़ता।
महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जब 25 के कालखंड में, 20- 25 के कालखंड में, 1925– 1930 में साबरमती आशà¥à¤°à¤® में रहते थे। 1930 में दांडी यातà¥à¤°à¤¾ के लिठवो चल पड़े थे, उसके बाद वापस कà¤à¥€ साबरमती आशà¥à¤°à¤® नहीं आठथे और साबरमती नदी के किनारे पर रहते थे। उस समय साबरमती नदी लबालब पानी से à¤à¤¾à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ रहती थी। 1920-25 के कालखंड में पानी की कोई कमी नहीं थी लेकिन उस समय à¤à¥€ अगर गांधी को पानी कोई देता था और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पानी देता था तो गांधी उसको डांटते थे कि पानी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बरबाद कर रहे हो, पानी आधा गà¥à¤²à¤¿à¤¾à¤¸ दो जरूरत पड़ी तो कोई दूसरी बार मांगेगा। गांधी इतने आगà¥à¤°à¤¹à¥€ रहते थे। अपने पास आठहà¥à¤ लिफाफे के पीछे वो लिखते थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनको मालूम था कि मैं जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कागज उपयोग करूंगा, तो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ वृकà¥à¤· कटेंगे और तब जाकर के कागज बनेगा और वो à¤à¥€ मैं नहीं करूंगा। यहां तक उनका आगà¥à¤°à¤¹ रहता था। हम कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ कर सकते हैं गांधी के जीवन की हर बात में कि वो पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ के संबंध में कितने सजग थे और अपने जीवन आचरण के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ का संदेश कितना देते थे और वही जीवन अगर हम जीते या आज à¤à¥€ अगर उस जीवन को हम सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करे तो हम Global Warming की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की जो चिंता है, उस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को बचाने में हमारी तरफ से à¤à¥€ कà¥à¤› न कà¥à¤› योगदान दे सकते हैं। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी ने हमें अहिंसा का मारà¥à¤— सिखाया, यह अहिंसा का शसà¥à¤¤à¥à¤°, यह सिरà¥à¤« अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ के खिलाफ लड़ाई लड़ने का साधन था, à¤à¤¸à¤¾ नहीं है। अंहिसा, यह Article of faith महातà¥à¤®à¤¾ गांधी का यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ था कि हम शबà¥à¤¦à¥ से à¤à¥€ किसी की हिंसा नहीं कर सकते। शसà¥à¤¤à¥à¤° से तो हिंसा की बात बहà¥à¤¤ दूर की है और अगर आज विशà¥à¤µ ने गांधी के उस अंहिसा के संदेश को पचाया होता, समà¤à¤¨à¥‡ की कोशिश की होती; "Holier-than-thou" मैं तà¥à¤®à¤¸à¥‡ बड़ा हूं; मैं तà¥à¤®à¤¸à¥‡ से ताकतवर हूं; मैं तà¥à¤®à¤¸à¥‡ अचà¥à¤›à¤¾ हूं; मेरा रासà¥à¤¤à¤¾ ही से सही है इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के जो विवादों के अंदर जो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ फंसी हà¥à¤ˆ है और जिसको अपनी बात को सिदà¥à¤§ करने के लिठशसà¥à¤¤à¥à¤° का सहारा लिया जा रहा है और निरà¥à¤¦à¥‹à¤· लोगों को मौत के घाट उतार दिया जा रहा है; महातà¥à¤®à¤¾ गांधी का संदेश उस रासà¥à¤¤à¥‡à¤‚ से हमें à¤à¤Ÿà¤•à¤¨à¥‡ से बचा सकता था।
आज à¤à¥€ विशà¥à¤µ के लिठसबके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आदर का à¤à¤¾à¤µ, सबके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समानता का à¤à¤¾à¤µ, यही हमें विशà¥à¤µ से बचने का रासà¥à¤¤à¤¾ हो सकता है। कोई किसी से बड़ा है और इसलिठअगर मैं उसको चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ दूं, उसको खतà¥à¤® करूं। यह रासà¥à¤¤à¤¾ विशà¥à¤µ को मंजूर नहीं है। जगत बदल चà¥à¤•à¤¾ है। और महातà¥à¤®à¤¾ गांधी ने जो सपना देखा था उस सपने की ताकत कितनी है वो आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को समठमें आना शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† है।
मैं विशेष रूप से उन परिवारों का à¤à¥€ आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। जब मैं आया और à¤à¤¸à¥€ बातें की और उस पर वो लगे रहे। हेमंत और उनके सारे दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ से मैं पूछ रहा था कि हेमंत, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बाल कहां चले गठतो कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ ने मà¥à¤à¤•à¥‹ कहा कि मैं तो उसको ठीक खिला रही हूं। आपके दोसà¥à¤¤ को मैं खिला रही हूं आप चिंता मत कीजिà¤à¥¤ à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤• पारिवारिक वातारण इतने पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ साथियों बातों-बातों में मन से जो बात निकली मैंने à¤à¥€ कà¤à¥€ सोचा नहीं था कि ये लोग यह काम तो करेंगे ही, लेकिन वो सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मेरे नसीब में होगा, शायद कोई ईशà¥à¤µà¤°à¥€à¤¯ संकेत है कि इस काम के लिठमà¥à¤à¥‡ अवसर मिला।
जो लोग बाहर हैं, यहां पहà¥à¤‚च नहीं पाà¤à¤‚ हैं, उनका à¤à¥€ मैं समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पूरà¥à¤µà¤• आदर करता हूं। और उनका गौरव करता हूं आप सबका à¤à¥€ मैं आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करता हूं। फिर à¤à¤• बार मैं सबका अà¤à¤¿à¤¨à¤‚दन करता हूं। यह महान काम करने के लिठबहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¾à¤¦ और पूजà¥à¤¯ बापू को हम सब पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करते हà¥à¤ उनसे पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेकर के मानवजाति के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठजो कà¥à¤› à¤à¥€ कर सकते हैं करने का हम पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें। बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤à¤‚।