अà¤à¥€ मैं जब फà¥à¤°à¤¾à¤‚स गया था तो फà¥à¤°à¤¾à¤‚स में, मैं पà¥à¤°à¤¥à¤® विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ के à¤à¤• सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• पर गया था। उसका à¤à¤• कारण à¤à¥€ था, कि पà¥à¤°à¤¥à¤® विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ की शताबà¥à¤¦à¥€ तो है, लेकिन साथ-साथ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पराकà¥à¤°à¤® का à¤à¥€ वो शताबà¥à¤¦à¥€ वरà¥à¤· हैI à¤à¤¾à¤°à¤¤ के वीरों की बलिदानी की शताबà¥à¤¦à¥€ का वरà¥à¤· है और "सेवा परमो-धरà¥à¤®à¤ƒ" इस आदरà¥à¤¶ को कैसे चरितारà¥à¤¥ करता रहा हमारा देश , उसकी à¤à¥€ शताबà¥à¤¦à¥€ का यह वरà¥à¤· है, मैं यह इसलिठकह रहा हूं कि 1914 में और 1918 तक पà¥à¤°à¤¥à¤® विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ चला और बहà¥à¤¤ कम लोगों को मालूम होगा करीब-करीब 15 लाख à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सैनिकों ने इस यà¥à¤¦à¥à¤§ में अपनी जान की बाजी लगा दी थी और à¤à¤¾à¤°à¤¤ के जवान अपने लिठनहीं मर रहे थेI हिंदà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को, किसी देश को कबà¥à¤œà¤¾ नहीं करना था, न हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ को किसी की जमीन लेनी थी लेकिन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤• अदà¤à¥à¤¤ पराकà¥à¤°à¤® करके दिखाया थाI बहà¥à¤¤ कम लोगों को मालूम होगा इस पà¥à¤°à¤¥à¤® विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ में हमारे करीब-करीब 74 हजार जवानों ने शहादत की थी, ये à¤à¥€ गरà¥à¤µ की बात है कि इस पर करीब 9 हजार 2 सौ हमारे सैनिकों को गैलेंटà¥à¤°à¥€ अवारà¥à¤¡ से डेकोरेट किया गया थाI इतना ही नहीं, 11 à¤à¤¸à¥‡ पराकà¥à¤°à¤®à¥€ लोग थे जिनको सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ विकà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ कà¥à¤°à¥‰à¤¸ मिला थाI खासकर कि फà¥à¤°à¤¾à¤‚स में विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ के दरमियान मारà¥à¤š 1915 में करीब 4 हजार 7 सौ हमारे हिनदà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने बलिदान दिया था। उनके समà¥à¤®à¤¾à¤¨ में फà¥à¤°à¤¾à¤‚स ने वहां à¤à¤• सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• बनाया है। मैं वहां नमन करने गया था, हमारे पूरà¥à¤µà¤œà¥‹à¤‚ के पराकà¥à¤°à¤® के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¤§à¥à¤¦à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करने गया था।